कुल्लू जिला का ऐतिहासिक गांव मलाणा आपदा के 5 महीने बाद भी संकट से जूझ रहा है. आपदा में क्षतिग्रस्त हुई सड़कों को अब तक बहाल नहीं किया गया है. इसके चलते ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. साथ ही ग्रामीणों को रोज़मर्रा की चीजें भी महंगे दामों के खरीदनी पड़ रही है.
मलाणा गांव के रहने वाले भागी राम ने बताया कि आपदा के समय सड़क क्षतिग्रस्त होगी थी, जिसे अब तक बहाल नहीं किया गया है. सड़क पूरी तरीके से टूटने के कारण 150 से अधिक गाड़ियां सड़कों पर ही फंसी हुई है. ऐसे में यहां अब सभी गाड़ी मालिकों को गाड़ियों की किश्ते देने की भी चिंता सताने लगी है.
तार स्पेन का बसूला जा रहा मनमाना किराया
मलाणा के लोगों का कहना है कि रास्ता न होने के कारण ग्रामीणों का सारा सामान तारस्पेन के जरिए ही लाया जा रहा है. ऐसे में तार स्पेन का मनमाना किराया बसूला जा रहा है. ऐसे में ग्रामीणों को अपने घर का राशन लाने के लिए मनमाना किराया देना पड़ रहा है. ऐसे में ग्रामीणों को महंगे दाम पर ही सामन खरीदना पड़ रहा है. ऐसे में गांव में राशन की भी किल्लत होने लग गई है.
कुल्लू पहुंचने में ग्रामीणों को हो रही है परेशानी
खराब रास्ते के चलते ग्रामीण लोगों को कुल्लू पहुंचने में मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. ग्रामीण निलेश गौतम ने कहा कि सड़क सुविधा ना होने के कारण अब यहां गर्भवती महिलाओं और बुजुर्गों को सबसे अधिक दिक्कत सामने आ रही है. ऐसी में इन लोगों को स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए कुल्लू तक लाने में 4 घंटे का अतिरिक्त सफर करना पड़ रहा है.
जोखिम भरा मलाणा का सफर
मलाणा के ग्रामीण रूपसिंह ने बताया कि मलाणा के लिए पहले भी 90 डिग्री की चढ़ाई करके जाना पड़ता था. अब यह सफर और भी जोखिम भरा होगा है. ऐसे में यहां अब सड़क मार्ग खराब होने से सफर जोखिम भरा होगा है. ऐसे में 40 मिनट के रास्ते को 4 घंटे लग रहे है. ऐसे में मरीजों को सड़क तक पहुंचने के लिए नेपाली लेबर को बुलाना पड़ता है. जिसके लिए नेपाली लेबर द्वारा 10 हज़ार रुपए तक लिए जा रहे है. ऐसे में यहां लोगों के लिए मुश्किलें बढ़ने लगी है.
दोगुने दाम पर मिल रहा राशन
मलाणा के ग्रामीण का कहना है कि मलाणा में अब राशन महंगा होने लगा है. 1 परिवार का राशन पहचानने में महीने तक का समय लग रहा है. ऐसे में गांव तक राशन पहुंचने के लिए अधिक मजदूरी देनी पड़ रही है. जिसके चलते 10 रुपए की चीज 20 रुपए में, 35 किलो चावल की बोरी 5000 रुपए की पड़ रही है. ऐसे में 20 रुपए की कोल्ड ड्रिंक 40 रुपए में और 1000 रुपए का सामान 2000 रुपए तक मिलने लगा है. ऐसे में सर्दियों में बर्फबारी से पहले अगर सड़क बहाल नहीं हुई तो ग्रामीणों को दिक्कत होने लगेगी.
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FIRST PUBLISHED : December 15, 2024, 17:50 IST