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Begusarai News: यूट्यूब और फेसबुक को आप मनोरंजन के तौर पर चलाते होंगे, लेकिन आपने कभी सोचा है, कि यह सोशल साइट किसी इंसान को बिजनेसमैन भी बना सकती है.
बेगूसराय: यूट्यूब और फेसबुक को आप मनोरंजन के तौर पर चलाते होंगे, लेकिन आपने कभी सोचा है, कि यह सोशल साइट किसी इंसान को बिजनेसमैन भी बना सकती है. अगर नहीं सोचा, तो आज हम आपको ऐसे बिहार के बेगूसराय के एक शख्स के बारे में बताते हैं, जिसने इसी सोशल साइट पर वीडियो देखकर बिजनेस के लिए आइडिया ले लिया, फिर इसके बाद आरसेटी के माध्यम से 30 दिनों की कपड़ा बनाने की ट्रेनिंग लेने के बाद, खुद की कपड़ा बनाने की फैक्ट्री शुरू कर दी. उनकी कंपनी का हर महीने का टर्नओवर 6 लाख रुपए के आसपास है.
पैसे की पड़ी थी जरूरत
आपको बता दें, कि शख्स को पूंजी की आवश्यकता थी, तो अशरफ अली नाम के इस शख्स ने बताया, कि मुख्यमंत्री उद्यमी योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन दिया. आवेदन स्वीकृत होने के बाद उन्हें 10 लाख रुपए का लोन मिला, और इस लोन से उन्होंने मशीनें खरीदी और खुद से कपड़े बनाना शुरू कर दिया. यह कपड़ा उद्योग चल निकला और उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा.
कारीगरों की शुरुआत में हुई थी परेशानी
बेगूसराय जिला मुख्यालय से 70 किमी दूर मनसूचक समस्तीपुर जिले के सीमावर्ती इलाकों के रहने वाले मो . अशरफ अली ने बताया, कि शुरुआत के दिनों में जब बिजनेस स्टार्ट कर लिया, तो ग्रामीण इलाकों में कपड़ा निर्माण करने वाले कारीगर मदद करने के लिए नहीं मिल रहे थे. वहीं, इनके यहां काम कर रहें कारीगर अफजल ने बताया में दसवीं पास हूं. अशरफ के यहां पांच साथियों के साथ काम कर रहा हूं . स्टार इंटरप्राइजेज नामक इस कपड़ा कंपनी में कपड़ा सिलाई का काम कर रहा हूं, और रोजाना 30 से 40 कपड़ों की सिलाई कर लेता हूं, इससे हजार रुपए तक की कमाई हो जाती है. इस फैक्ट्री में लोअर, टी-शर्ट, हुडी, हाफ पैंट के अलावा गर्मी और सर्दी के कपड़े भी तैयार करते हैं.
रोजाना 300 पीस कपड़ों का होता है निर्माण
अशरफ अली ने बताया, कि रोजाना ढाई सौ से तीन सौ पीस कपड़ों का निर्माण देश के अलग-अलग शहरों से कच्चा माल मंगवा कर लेते हैं , और ड्रेस बनाकर बाजार में सप्लाई करते हैं. उनकी कंपनी का हर महीने का टर्नओवर 6 लाख रुपए के आसपास है. इसमें से 50 हज़ार से ज्यादा की कमाई हर महीने कर लेते हैं.