जयपुर. उदयपुर में पिछले हफ्ते सरकारी स्कूल में हुई चाकूबाजी में घायल हुए नाबालिग छात्र देवराज की सोमवार को अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई. जिला कलेक्टर और एसपी अस्पताल के बाहर मौजूद हैं. कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिला अस्पताल के बाहर भारी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं. शहर के कई बाजारों और चौक-चौराहों पर भी पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं. उदयपुर में अगले चौबीस घंटे के लिए इंटरनेट बंद रहेगा. देवराज की बहन सलोनी और चचेरी बहनों ने कलेक्टर की इजाजत के बाद दोपहर सवा दो बजे भाई को अस्पताल में राखी भी बांधी थी. ऐसे में अचानक क्या हुआ कि देवराज की मौत हो गई.
इसी बीच खबर है कि परिजन पोस्टमार्टम के लिए सहमत हो गए हैं. राज्य सरकार ने मुआवजे का ऐलान किया है. पीड़ित परिवार को 51 लाख का मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को नौकरी दी जाएगी. उदयपुर रेंज के आईजी अजयपाल लांबा ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा. उन्होंने पूरे उदयपुर वासियों से अपील करते हुए कहा कि अनावश्यक तरह से भीड़ न जमा करें. आज पीड़ित परिवार सदमे में है, इसलिए माहौल को खराब करने की कोशिश ना करें. पीड़ित परिवार के प्रति सच्ची संवेदना यही होगी. अगर कोई माहौल खराब करेगा तो सख्ती से पेश आने के निर्देश दिए गए हैं.
अचानक बिगड़ी थी देवरात की तबीयत
दोपहर ढाई बजे के बाद देवराज की तबीयत अचानक बिगड़ी और 5 बजे के करीब उसकी मौत हो गई. घायल स्टूडेंट की मौत के बाद मां ने कहा कि दोषी को सजा मिले. उन्होंने कहा कि 4 दिन तक डॉक्टर हमें गुमराह करते रहे. इससे पहले रविवार को देवराज की मौत की अफवाह के बाद देवराज की मां महिलाओं की भीड़ के साथ अस्पताल पहुंची थी. अस्पताल में हंगामा किया. फिर मां को मिलने की अनुमति दी. रविवार से लगातार उदयपुर में मंदिरों में प्रार्थना चल रही थी. मुस्लिम समुदाय के कुछ लोगों ने भी मजार पर देवराज की सलामती की दुआ की थी. मुस्लिम समुदाय के लोग छात्र की मौत से पहले जिला कलेक्टर से मिले और घटना पर अफसोस जाहिर किया है.
चार मांगों पर बनी सहमति
1. परिवार को सुरक्षा.
2. फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चले.
3. 51 लाख रुपये का मुआवजा.
4. पीड़ित परिवार के सदस्य को संविदा पर तत्काल नौकारी, स्थायी नौकरी के लिए कलेक्टर सरकार को प्रस्ताव भेजेंगे.
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FIRST PUBLISHED : August 19, 2024, 20:04 IST