Last Updated:
Bihar News: विगत 29 दिसंबर को आचार्य किशोर कुणाल का निधन हार्ट अटैक से हो गया था. सामाजिक क्षेत्र में उनके उल्लेखनीय योगदान को देखते हुए उनको भारत रत्न देने की मांग की जा रही है. इसी कड़ी में केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने…और पढ़ें
हाइलाइट्स
- केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी ने आचार्य किशोर कुणाल को भारत रत्न देने की मांग की.
- राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पत्र लिखकर आचार्य किशोर कुणाल को भारत रत्न की अनुशंसा की.
पटना. भारत सरकार में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने आचार्य किशोर कुणाल को भारत रत्न देने की अनुशंसा की है. जीतन राम मांझी ने इसके लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पत्र लिखा है. अपने अनुशंसा पत्र में जीतन राम मांझी ने कहा है कि समाज में आचार्य किशोर कुणाल के व्यापक योगदान के कारण वे भारत रत्न देने की अनुशंसा कर रहे हैं. केन्द्रीय मंत्री ने पत्र में लिखा है कि आचार्य किशोर कुणाल को वे व्यक्तिगत रूप से जानते थे. 1972 बैच के आईपीएस अधिकारी आचार्य किशोर कुणाल ने अयोध्या मामले के समाधान के लिए विशेष कार्य पदाधिकारी के तौर सेवाएं दीं.
जीतन राम मांझी ने पत्र में लिखा है कि एक आईपीएस अधिकारी के अलावा धार्मिक क्षेत्र में भी आचार्य किशोर कुणाल ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. उनके कुशल नेतृत्व में महावीर मन्दिर न्यास ने महावीर कैंसर संस्थान की स्थापना की जहां गरीब और वंचित लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं मिल रही हैं. महावीर वात्सल्य अस्पताल और अन्य स्वास्थ्य संस्थानों का जिक्र करते हुए जीतन राम मांझी ने पटना में ज्ञान निकेतन विद्यालय की स्थापना का भी जिक्र किया.
केंद्रीय मंत्री ने आगे लिखा, किशोर कुणाल ने कैमूर पहाड़ियों पर गप्तकालीन एकमात्र मौजूदा मन्दिर मुण्डेश्वरी भवानी के जीर्णोद्धार में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. उनकी पहल और प्रयासों से बिहार के पूर्वी चंपारण में विश्व के सबसे बड़े विराट रामायण मन्दिर का निर्माण कार्य शुरू हुआ. जीतन राम मांझी ने राष्ट्रपति को लिए पत्र में कहा है कि आचार्य किशोर कुणाल को भारत रत्न देने की अनुशंसा करते हुए उन्हें हर्ष की अनुभूति हो रही है.
January 13, 2025, 17:39 IST