सतना शहर में यातायात व्यवस्था को सुधारने के लिए बीते एक महीने से ट्रैफिक विभाग और अतिक्रमण दस्ते द्वारा सख्त कार्रवाई की जा रही है. वाइट लाइन के बाहर खड़ी फोर व्हीलर गाड़ियों को थाने ले जाया जा रहा है. वहीं टू व्हीलर की नंबर प्लेट संबंधी नियमों या तीन सवारी के मामले में बाइक जब्त कर चलान काट दिए जाते हैं.
लोकल 18 की टीम ने जब इस कार्रवाई का प्रभाव जानने के लिए ग्राउंड पर पहुंची तो पाया कि जनता इससे खास खुश नहीं है. स्थानीय निवासी त्रिलोकी सिंह ने आरोप लगाया कि पुलिस प्रशासन ट्रैफिकिंग व्यवस्था में जागरूकता फैलाने की बजाय वसूली में लगा हुआ है. वहीं, दीपक पांडे ने बताया कि कई स्थानों पर नो पार्किंग का साइन तक नहीं है, जिससे लोगों को यह नहीं पता चलता कि गाड़ी कहां खड़ी करनी है.
सिविल ड्रेस में कार्रवाई पर उठ रहे सवाल
सौरव द्विवेदी ने बताया कि कोई भी सिविल ड्रेस में व्यक्ति खुद को नगर निगम का कर्मचारी बताकर बाइक की चाबी निकाल लेता है. उन्होंने कहा कि इस तरह की कार्रवाई कम से कम वर्दीधारी पुलिसकर्मियों द्वारा की जानी चाहिए, जिससे इसे सही माना जा सके.
ग्रामीण क्षेत्र के लोग होते हैं प्रभावित
वहीं, कुछ लोग इस पहल को सराहनीय मानते हैं. स्थानीय निवासी नितिन पांडे ने कहा कि पुलिस की यह कार्रवाई ट्रैफिक सुधार में मददगार हो सकती है, लेकिन इससे सबसे ज्यादा प्रभावित ग्रामीण क्षेत्र के लोग होते हैं, जिन्हें नई व्यवस्था की जानकारी नहीं है. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि प्रशासन को उचित नो पार्किंग साइन और पार्किंग की व्यवस्था तो करनी ही चाहिए.
सुधार की जरूरत
ट्रैफिक व्यवस्था को सही ढंग से लागू करने के लिए जनता ने लोकल 18 के माध्यम से नगर निगम और यातायात विभाग से बेहतर जागरूकता अभियान चलाने और पार्किंग सुविधाओं को व्यवस्थित करने की अपील की है.
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FIRST PUBLISHED : December 8, 2024, 18:55 IST