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बुरहानपुर के मास्टर भास्कर डोंगरे 32 साल से निशुल्क योग सिखा रहे हैं. किडनी की समस्या के बाद योग अपनाकर उन्होंने स्वास्थ्य में सुधार किया और अब लोगों को भी योग का महत्व समझा रहे हैं. डोंगरे को 50 बार जिला प्रशासन और सामाजिक संगठन…और पढ़ें
किडनी की बीमारी से जूझ रहे एक मरीज की कहानी सुनिए, जिसने अपने जीवन को योग करके संवार लिया. इस मरीज को जब किडनी की समस्या का पता चला, तो उसने अपने जीवन में सबसे पहले योग चुना. सुबह उठकर सबसे पहले योग करना शुरू किया और आज 32 सालों से वह लगातार योग कर रहे हैं. उनकी किडनी की समस्या दूर हो गई और स्वास्थ्य में भी सुधार हुआ. अब यह व्यक्ति निशुल्क योग सिखा रहा है.
लोकल 18 की टीम ने योग प्रशिक्षक मास्टर भास्कर डोंगरे से बात की. भास्कर डोंगरे बुरहानपुर जिले के इंदिरा कॉलोनी क्षेत्र में रहते हैं और निशुल्क लोगों को योग अभ्यास सिखा रहे हैं. उन्हें 32 सालों में करीब 50 बार जिला प्रशासन और सामाजिक संगठन द्वारा सम्मानित किया जा चुका है. भास्कर डोंगरे का जन्म 25 फरवरी 1965 को पावरलूम मजदूर बाबूलाल डोंगरे और माता मीराबाई डोंगरे के घर हुआ था. उनकी किडनी खराब होने पर उन्होंने बड़े डॉक्टरों को दिखाया, लेकिन सही नहीं हुई. उन्होंने योग को ही अपना जीवन बना लिया और आज भी सुबह 5:00 बजे उठकर रोज योग करते हैं, जिससे उन्हें आराम भी मिला है.
50 बार हो चुके हैं सम्मानित
भास्कर डोंगरे पेशे से सरकारी शिक्षक हैं और विद्यार्थियों को पढ़ाने के साथ निशुल्क योग भी सिखाते हैं. उनका कहना है कि 32 वर्षों में उन्हें करीब 50 बार जिला प्रशासन और सामाजिक संगठन द्वारा सम्मानित किया जा चुका है. जिले में आयोजित होने वाले सूर्य नमस्कार कार्यक्रम में भी उन्हें मास्टर ट्रेनर के रूप में जिला प्रशासन नियुक्त करता है.
शिक्षा और स्वास्थ्य का संयोग
भास्कर डोंगरे का जीवन शिक्षा और स्वास्थ्य के समर्पण की अद्भुत मिसाल है. किडनी की समस्या से जूझते हुए उन्होंने योग को अपनाया और उसे ही अपने जीवन का अभिन्न हिस्सा बना लिया. योग के माध्यम से न केवल उन्होंने अपनी बीमारी को मात दी, बल्कि अब वे दूसरों को भी स्वस्थ जीवन की ओर प्रेरित कर रहे हैं.
निशुल्क योग कक्षाओं का संचालन
भास्कर डोंगरे निशुल्क योग कक्षाओं का संचालन करते हैं, जहां वे लोगों को योग के लाभ बताते हैं और उनका मार्गदर्शन करते हैं. उनका मानना है कि योग से न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक स्वास्थ्य भी सुधरता है. उनकी यह पहल समाज में एक सकारात्मक बदलाव ला रही है और लोगों को स्वस्थ जीवन की ओर प्रेरित कर रही है.