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Sambhal Violence Shocking Case : संभल में 24 नवंबर को अदालत के आदेश पर जामा मस्जिद में सर्वे की कार्रवाई शुरु हुई तो सर्वे का विरोध करते हुए मुस्लिम समुदाय के हजारों लोगों की भीड़ सड़कों पर आ गई थी. इसी भीड़ ने पथराव, आगजनी…और पढ़ें
संभल. उत्तर प्रदेश पुलिस ने संभल हिंसा जांच को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है. पुलिस ने दावा किया है कि हिंसा में मारे गये चार में से दो लोगों की मौत अन्तर्राष्ट्रीय आटो लिफ्टर सरगना शारिक साठा गैंग के एक सदस्य द्वारा चलाई गई गोली से हुई थी. पुलिस ने मुल्ला अफरोज नाम के इस बदमाश को गिरफ्तार कर उसके पास से हिंसा के दौरान फायरिंग में इस्तेमाल की गई 32 बोर की पिस्टल व पुलिस से लूटे गये ब्लैंक कारतूस बरामद किये गये हैं.
संभल में 24 नवंबर को अदालत के आदेश पर जामा मस्जिद में सर्वे की कार्रवाई शुरु हुई तो सर्वे का विरोध करते हुए मुस्लिम समुदाय के हजारों लोगों की भीड़ सड़कों पर आ गई थी. भीड ने पुलिस पर पथराव व आगजनी कर वाहनों को जलाने के साथ ही फायरिंग भी की थी. भीड़ की तरफ से की गई फायरिंग में एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई,सीओ अनुज कुमार व एसपी के पीआरओ सहित कई पुलिस कर्मी गोली लगने से घायल हुए थे. भीड़ में शामिल चार लोगों की भी गोली लगने से मौत हुई थी. घटना के बाद पुलिस अधिकारियों ने कहा था कि पुलिस ने केवल आसू गैस व रबर बुलेट गन से फायर किये थे, गोली नहीं चलाई गई.
बिलाल व अयान नाम के युवकों की मौत की गुत्थी सुलझाने का दावा
यह भी कहा गया था कि हिंसा में भीड़ की क्रास फायरिंग से ही चार लोगों की मौत हुई है. संभल हिंसा में 70 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी पुलिस ने संभल के नखासा थाना क्षेत्र में रहने वाले मुल्ला अफरोज की गिरफ्तारी कर हिंसा में मारे गये बिलाल व अयान नाम के युवकों की मौत की गुत्थी सुलझाने का दावा किया है. पुलिस का कहना है कि हिंसा के समय मुल्ला अफरोज अपने साथियों के साथ घटना स्थल पर मौजूद था. इसने पुलिस को निशाना बनाकर फायरिंग की थी. इसी दौरान अफरातफरी में कुछ गोलियां इसके साथियों और भीड़ के लोगों को लगीं. इसी की गोली से बिलाल एवं अयान की मृत्यु हुई.
अन्तर्राष्ट्रीय आटो लिफ्टर शारिक साठा गैंग का सदस्य, हथियार बरामद
पुलिस ने मुल्ला अफरोज के पास से हिंसा के दौरान फायरिंग में इस्तेमाल किया गया 32 बोर का पिस्टल, कारतूस बरामद किये हैं. इसके पास से पुलिस से लूटे गये 15 ब्लैंक कारतूस व 3 चार्जर क्लिप भी बरामद हुए हैं. मुल्ला अफरोज को लेकर पुलिस ने दावा किया है कि वह अन्तर्राष्ट्रीय आटो लिफ्टर शारिक साठा गैंग का सदस्य है जो चोरी किये गये वाहनों व शस्त्रों की तस्करी का कार्य करता है. शारिक साठा को डी कंपनी से जुडा बताया जाता है. देश में पुलिस ने गिरफ़्तारी का प्रयास किया तो कुछ साल पहले शारिक साठा दुबई में जाकर छिप गया है और वहीं से अपना धंधा चलाता है.
हिंसा मामले में अब तक 70 आरोपियों को किया अरेस्ट
अपर पुलिस अधीक्षक श्रीश चंद्र ने बताया कि 24 नवंबर को जामा मस्जिद के निकट हुई हिंसा की घटना में अभी तक 70 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया जा चुका है. इनमें से एक अभियुक्त मुल्ला अफरोज निवासी हुसैनी रोड थाना नखासा, यह शारिक साठा गैंग से जुड़ा हुआ है. यह चोरी किए गए वाहनों व शस्त्रों की तस्करी के काम में लिप्त रहता है. इसके द्वारा बताया गया कि घटना के वक्त अपने साथियों के साथ घटना स्थल पर मौजूद था. इसके द्वारा पुलिस पार्टी पर फायरिंग की गई थी. इसी दौरान अफरातफरी में कुछ गोलियां इसके साथियों और भीड़ के लोगों को भी लगीं. इसी से बिलाल एवं अयान की मृत्यु कारित हो गई. इसके कब्जे से आला कत्ल भी बरामद किया गया है. 32 बोर का पिस्टल व कारतूस मिला है.
Sambhal,Moradabad,Uttar Pradesh
January 19, 2025, 19:35 IST